तो आपने ये हेडिंग पढ़ी और चौंक गए है ना? आप सोचते होंगे की ऐसी बातें केवल फ़िल्मों में ही होती हैं लेकिन हम बता दें की ये एक असली घटना है और इसी वजह से ये कहानी थोड़ी दिल दहला देने वाली है|
चौंका देने वाली ये घटना केरल के एक गाओं इदुक्की में घटी जहाँ एक ज़िंदा औरत को मरी हुई समझ कर लगभग 1 घंटे तक मुर्दाघर के फ़्रीज़र में रखा गया|
ख़बर के मुताबिक़ रथनाम, 40 साल की एक महिला का 2 महीनों से जॉन्डिस का इलाज चल रहा था| उस गंभीर बीमारी ने रथनाम के शरीर के अंगों को बिगाड़ दिया था और उनकी ठीक होने की ज़्यादा उम्मीद नहीं बची थी और इसी कारण बेबस डॉक्टरों ने उनके परिवार को उन्हें घर ले जाने की अनुमति दे दी थी|
घर लाते समय रथनाम ने हिलना-डुलना बंद कर दिया था और उनमें जीवित होने के कोई भी निशान नहीं दिख रहे थे और इसी कारण उनके रिश्तेदारों ने उन्हें मरा हुआ समझा और मुर्दाघर में शिफ्ट कर दिया| मुर्दा घर में लगभग 1 घंटा रखने के बाद जब उन्हें अंतिम संस्कार के लिए निकाला गया तो कुछ रिश्तेदारों ने नोटिस किया की उनकी सांसें तब भी चल रही थीं| जी हाँ मुर्दाघर के फ़्रीज़र में 1 घंटा रहने के बाद भी उनकी सांसें चल रही थीं! इस दृश्य को देख हैरान रिश्तेदारों ने तुरंत पुलिस को ख़बर दी जिन्होंने रथनाम को फ़ौरन एक अस्पताल में एडमिट किया| पुलिस के छान बीन करने पर पता चला की बिना किसी डॉक्टर के कन्फर्मेशन के रथनाम को मुर्दाघर में शिफ्ट करदिया गया था|
बाद में अस्पताल से पता चला की रथनाम के शरीर के अंगों ने काम करना बंद करदिया है और वो अधिक समय के लिए जीवित नहीं रह पाएंगी| 2 महीना से जॉन्डिस होने के कारण उनका जीवित रहना केवल कुछ घंटों के लिए या 1 दिन के लिए संभव था|