जी हां,आपने बिल्कुल सही पड़ा। वह दिन गए जब लोग सोचते थे कि शाकाहारी भोजन पर्याप्त सेहतमंद नहीं है और आपको इससे सही पोषण नहीं मिलता है। यह वैज्ञानिक तौर पर साबित हो चुका है की शाकाहारी भोजन वास्तव में इन्हें ठीक करता है और इन बीमारियों के प्रभाव को नियंत्रित करता है। यह है वह बीमारियाँ जो शाकाहारी भोजन द्वारा ठीक की जा सकती है।
लीवर की बीमारियां – एक बढ़ती हुई सेहत की चिंता जिसे नान-अल्कोहोल्कि फैटी एसिड बीमारी या (NAFLD) कहा जाता है। नीदरलैड में 3000 विषयों पर विश्लेषण किया गया जिसमें जानवरों से प्राप्त प्रोटीन स्त्रोत (मांस) से (NAFLD) होने का ज्यादा जोखिम पाया गया। इसका मतलब की मांस का सेवन ना करने से,आप इस बीमारी के होने की संभावना कम कर सकते हैं। शाकाहारी खाए और अपने लीवर की रक्षा करें।
टाइप-2 मधुमेह – फिनलैंड में 19 वर्ष से ऊपर के 2000 पुरुषों पर किए गए एक लम्बे अध्ययन में पाया गया की जानवरों से प्राप्त प्रोटीन को एक प्रतिशत कम करने पर अठारह प्रतिशत मधुमेह का खतरा कम हो जाता है। तो अब आप जानते हैं की आपको मधुमेह कैसे नियंत्रित करना है। लेकिन साथ ही आपको अपने शुगर के स्तर पर ध्यान देना होगा।
अवसाद (डिप्रेशन) – आहार और अवसाद पर किए गए इक्कीस अध्ययनों के परिक्षण में पाया गया है की लाल मिट और प्रोसेस्ड मिट का सेवन करने से अवसाद का जोखिम 25 प्रतिशत बढ़ जाता है। वहीं फल और सब्जियों का सेवन करने अवसाद का जोखिम पच्चीस प्रतिशत घट जाता है।अब आप खुद तय कर सकती हैं की आप किस तरह का भोजन लेना चाहती है।
अस्थमा – प्रोसेस्ड लाल मिट और अस्थमा के लक्षणों के अध्ययन में पाया गया है की हफ्ते में चार बार से अधिक लाल मिट का सेवन करने से खराब अस्थमा होने की संभावना 76% तक बढ़ जाती है। अस्थमा एक जानलेवा और उम्र भर रहने वाली, अक्सर छोटे शिशुओं को प्रभावित करने वाली बीमारी है। और लाल मिट का सेवन स्थिति को और खराब करता है।
पेट का कैंसर – शोधकर्ताओं ने पेट के कैंसर से संबंधित 42 अध्ययनों को एकत्रित कर के पाया है की लाल मिट से इसका खतरा 70% बढ़ता है और प्रोसेस्ड लाल मिट से 80% बढ़ता है। यह डाटा उन लोगों के साथ तुलना कर के प्राप्त किया है, जो बिल्कुल भी मिट नहीं खाते है। इससे पता चलता है की शाकाहारी होने से ना केवल आपके कैंसर होने की संभावना कम होती है बल्कि आप स्वस्थ जीवनशैली की ओर भी बढ़ते हैं,जो की आप अन्त में चाहते हैं।