एक सुहागन महिला के सोलह श्रृंगार में पायल भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है। घुंघूरों से सुसज्जित छम-छम करती पायल हर सुहागन के पैरों की सुंदरता को और निखारता और बढ़ाता है और आज से नहीं बल्कि सालों से सुहागनों के पायल पहनने का रिवाज़ चला आ रहा है। इसके पीछे कई वजह है और प्राचीन काल में महिलाओं को पायल एक विशेष कारण के लिए पहनाई जाती थी। प्राचीन समय से ही हर महिला के लिए पायल पहनना एक बहुत ही ज़रूरी परंपरा है क्यूंकि पहले के समय में स्त्रियों को हर जगह जाने की अनुमति नहीं थी और वो खुले आम कहीं भी और किसी के भी सामने आ जा नहीं सकती थी। इसलिए महिला के बिना बताए ही पायल की आवाज से सभी सदस्य समझ जाते थे कि कोई स्त्री वहां आ रही है या कहीं जा रही है, जिससे पुरुष और अगर कोई बड़े-बुजुर्ग होते थे तो समझ जाते थे की बहु आ रही है इसलिए वो पहले ही सतर्क और व्यवस्थित हो जाते थे। पर इसके अलावा भी बहुत कारण है जिस वजह से महिलाएं पायल पहनती हैं। आज हम इस पोस्ट के ज़रिये उन्हीं चौंका देने वाले कारणों को बता रहे हैं।
1. नकारात्मक शक्तियों को करती है ख़त्म
ये तो सबको पता है की पायल एक सुहागन के शृंगार को बढ़ाता है और इसकी छम-छम की आवाज़ पुरुषों को काफी आकर्षित करती है। परन्तु, इसके अलावा इसकी मधुर आवाज़ नकारत्मक शक्तियों को ख़त्म कर के अच्छी और दैवीय शक्तियों को सक्रीय कर के घर में सकारत्मक ऊर्जा लाती है और आसपास के वातावरण को पवित्र करती है ।
2. स्वास्थ्य के लिए है लाभकारी
पायल पहनना न सिर्फ परंपरा है बल्कि इससे महलाओं का स्वाथ्य भी सही रहता है खासकर जब महिलाएं चांदी की पायल पहनती है तब। क्यूंकि आजकल तो पायल एक फैशन सा बन गया है इसलिए महिलाएं अलग-अलग धातु के या इमीटेशन पायल भी पहनती हैं जिससे की सिर्फ सुंदरता बढ़ती है फायदा नहीं होता। पर अगर महिला चांदी की पायल पहनती है तो उससे उन्हें स्वाथ्य सम्बन्धी कई फायदे होते हैं जैसे - कमर. पीठ, एड़ी, घुटनों के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा चांदी की पायल हमेशा पैरों से रगड़ाती रहती है जो महिलाओं की हड्डियों के लिए काफी लाभकारी होता है क्यूंकि इससे हड्डियां मज़बूत होती है।
3. सुंदरता का प्रतीक
पायल को बहुत ही शुभ माना गया है और इसके आलावा यह महिला के पैरों की सुंदरता भी बनाये रखता है और आजकल तरह-तरह के डिज़ाइनर पायल महिलाओं की सुंदरता में चार चाँद लगा रहे हैं ।